कोको सिर्फ चॉकलेट का मुख्य घटक नहीं है; यह एक ऐसा आर्थिक संसाधन है जिसे सही ढंग से उपयोग करके खाद्य, सौंदर्य प्रसाधन और अन्य उद्योगों में क्रांति लाई जा सकती है। कोको उत्पादन में दुनिया के अग्रणी देश जैसे आइवरी कोस्ट, घाना, नाइजीरिया और कैमरून ऐसे मोड़ पर खड़े हैं जहाँ वे कोको उप-उत्पादों से अधिकतम मूल्य प्राप्त कर सकते हैं। इन उप-उत्पादों को अक्सर कचरे के रूप में फेंक दिया जाता है, जबकि ये नई-नई उद्योगों के निर्माण की क्षमता रखते हैं।